रायपुर। छत्तीसगढ़ी सिनेमा में नए-नए प्रयोगों का दौर शुरू हो चुका है थिएटर और यूट्यूब के अलावा अब फिल्में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी रिलीज हो रही है 29 अप्रैल को एन माही फिल्म्स के ओटीटी ऐप पर रिलीज हुई छत्तीसगढ़ी फिल्म शक्ति पहली ऐसी फिल्म है जिसका डायरेक्ट प्रीमियर ओटीपी पर हुआ है आइए जानते हैं फिल्म कैसी है।
फिल्म की कहानी सात दोस्तों के इर्द-गिर्द घूमती है जो प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं और अपने जीवन में कुछ हासिल करना चाहते हैं अचानक उन्हें एक किताब मिलती है जिसमें इस बात का जिक्र होता है कि कुछ ऐसे प्रयोग हैं और कुछ ऐसी शक्तियां हैं जिनकी बदौलत व्यक्ति अपने जीवन में सफलता की ऊंचाइयों को छू सकता है लेकिन उसके लिए उन्हें कुछ तंत्र मंत्र के ज्ञाता किसी तांत्रिक या बाबा द्वारा आह्वान करने पर ही वह शक्ति प्राप्त होती है इस अंधविश्वास के चक्कर में फंसे यह सातों युवा जिंदगी की उस सच्चाई से सामना करते हैं जिसमें उन्हें इस बात का एहसास होता है की जिंदगी में सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता फिल्म की कहानी एकदम फ्रेश है और इस तरह की फिल्म किसी भी भाषा में शायद पहले नहीं बनी है।
फिल्म में सबसे जबरदस्त एक्टिंग करते हुए नजर आ रहे हैं विक्रम राज जिन्होंने अघोरी तांत्रिक बाबा के किरदार में जान डाल दी है, उनकी आंखों के एक्सप्रेशन ही फिल्म डर जगाने के लिए काफी है। पूरी फिल्म को अपने कंधे पर बाबा ने उठाया है और उस पर वह खरे भी उतरे हैं, खासकर क्लाइमैक्स के सीन में बात करें बाकी कलाकारों की तो लगभग सभी नए कलाकार हैं। सभी ने अपने अपने किरदारों को ठीक-ठाक तरीके से निभाया है। फिल्म में लीड एक्टर अनिरुद्ध ताम्रकार बाकी सहयोगी कलाकारों की अपेक्षा कमजोर नजर आए, बाकी कलाकारों में रेनू वर्मा बहुत ही अच्छे तरीके से अपना किरदार निभाई है शशिराज योगेश साहू, जयंती मनहर, प्रिय विश्वकर्मा। उन्होंने काफी अच्छा अभिनय किया है, फिल्म की एडिटिंग और स्पेशल इफेक्ट इफेक्ट्स गौरांग त्रिवेदी ने किया है।
बैकग्राउंड म्यूजिक मनोहर यादव ने किया है सुनकर ऐसा लगता है कि किसी हाई लेवल स्टूडियो में इसका म्यूजिक बनाया गया है जो फिल्म को पूरी तरह से बांधकर पिरोने रखने का काम करता है फिल्म का संगीत भी ठीक-ठाक है गाने उतने कर्णप्रिय नहीं है , सिचुएशन के हिसाब से गाने अच्छे हैं। फिल्म के निर्देशक हैं छत्तीसगढ़ी सिनेमा के युवा निर्देशक अनुपम भार्गव जो शुरू से ही लीक से हटकर फिल्म बनाने के लिए जाने जाते हैं, उनकी पिछली फिल्मों में हमने यह देखा कि एक्सपेरिमेंटल सब्जेक्ट उठाने से वह पीछे नहीं हटते और उन्होंने इस फिल्म का निर्देशन कमाल का किया है। एक ऐसा सब्जेक्ट जिस पर कमर्शियल फिल्म बनाना अपने आप में एक चुनौती है, वह भी बिना किसी ढोंग दिखावे की। फिल्म को रियालिटी के करीब रखते हुए उन्होंने फिल्म में कमाल की टाइमिंग और सिचुएशंस रखें अनुपम भार्गव निर्देशन में परिपक्व हो चुके हैं और उनकी आगामी फिल्मों से दर्शकों को काफी उम्मीदें रहेंगी।
छत्तीसगढ़ी फिल्म शक्ति बिल्कुल नए सब्जेक्ट और नई कहानी पर बनी है यह फिल्म दर्शकों को खासा पसंद आएगी, जिन्हें छत्तीसगढ़ी सिनेमा में कुछ बदलाव की उम्मीद है जो कुछ अलग तरह की कहानी देखना चाहते हैं और सबसे खास बात इस फिल्म को देखने के बाद कोई यह नहीं कह सकेगा कि इस फिल्म का कोई भी अंश या पार्ट कहीं से प्रेरित है या उठाया गया है, फिल्म पूरी तरह से ओरिजिनल कंटेंट और कहानी पर बनी है।